135. क्राइस्ट, जिन्होंने अनंत काल के लिए डेविड का सिंहासन प्राप्त किया (लूका 1:30-33)
2 शमूएल 7:12-13, 16, भजन संहिता 132:11, यशायाह 9:6-7, यशायाह 16:5, यिर्मयाह 23:5

पुराने नियम में यह अनुमान लगाया गया था कि मसीह को हमेशा के लिए डेविड का सिंहासन प्राप्त होगा।(2 शमूएल 7:12-13, 16, भजन संहिता 132:11, यशायाह 9:6-7, यशायाह 16:5, यिर्मयाह 23:5)

2 शमूएल 7:12 जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी, और तू अपने पुरखाओं के संग सो जाएगा, तब मैं तेरे निज वंश को तेरे पीछे खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर करूँगा।
13 मेरे नाम का घर वही बनवाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूँगा।
16 वरन् तेरा घराना और तेरा राज्य मेरे सामने सदा अटल बना रहेगा; तेरी गद्दी सदैव बनी रहेगी।’”

भजन संहिता 132:11 यहोवा ने दाऊद से सच्ची शपथ खाई है और वह उससे न मुकरेगा:

यशायाह 9:6 क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्‍पन्‍न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके काँधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला पराक्रमी परमेश्‍वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।
7 उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिए वह उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से लेकर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर सम्भाले रहेगा। सेनाओं के और यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा।

यशायाह 16:5 तब दया के साथ एक सिंहासन स्थिर किया जाएगा और उस पर दाऊद के तम्बू में सच्चाई के साथ एक विराजमान होगा जो सोच विचार कर सच्चा न्याय करेगा और धर्म के काम पर तत्पर रहेगा।

यिर्मयाह 23:5 “यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धर्मी अंकुर उगाऊँगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।

एक दूत मैरी को दिखाई दिया और उसे बताया कि यीशु, जो उसके शरीर में पैदा होगा, उसे हमेशा के लिए डेविड का सिंहासन प्राप्त होगा।दूसरे शब्दों में, यीशु जो मैरी के शरीर में पैदा होंगे, वह मसीह है।(लूका 1:30-33)

लूका 1:30 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे मरियम; भयभीत न हो, क्योंकि परमेश्‍वर का अनुग्रह तुझ पर हुआ है।
31 और देख, तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्‍पन्‍न होगा; तू उसका नाम यीशु रखना।
32 वह महान होगा; और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा; और प्रभु परमेश्‍वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उसको देगा।
33 और वह याकूब के घराने पर सदा राज्य करेगा; और उसके राज्य का अन्त न होगा।”