176. मसीह, जो सच्चा जीवन है (यूहन्ना 1:4)
1 यूहन्ना 5:11, यूहन्ना 8:11-12, यूहन्ना 14:6, यूहन्ना 11:25, कुलुस्सियों 3:4

मसीह में जीवन है।(यूहन्ना 1:4)

यूहन्ना 1:4 उसमें जीवन था; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था।

मसीह में हमारा शाश्वत जीवन है।(1 यूहन्ना 5:11-12)

1 यूहन्ना 5:11 उसने उन्हें उत्तर दिया, “जिस ने मुझे चंगा किया, उसी ने मुझसे कहा, ‘अपनी खाट उठाकर चल फिर’।”
12 उन्होंने उससे पूछा, “वह कौन मनुष्य है, जिस ने तुझ से कहा, ‘खाट उठा और, चल फिर’?”

मसीह स्वयं हमारा जीवन है।(यूहन्ना 14:6, यूहन्ना 11:25, कुलुस्सियों 3:4)

यूहन्ना 14:6 यीशु ने उससे कहा, “मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।

यूहन्ना 11:25 यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ, जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए, तो भी जीएगा।

कुलुस्सियों 3:4 जब मसीह जो हमारा जीवन है, प्रगट होगा, तब तुम भी उसके साथ महिमा सहित प्रगट किए जाओगे।