410. हम कानून के बच्चे नहीं हैं, बल्कि वादे के बच्चे हैं।(गलातियों 4:21-31)
रोमियों 9:7-8, गलातियों 3:23-25, 29

कानून के बच्चे अब्राहम के बच्चे नहीं हैं, लेकिन वादे के बच्चे अब्राहम के बच्चे हैं।जो लोग यीशु को मसीह के रूप में मानते हैं वे वादे के बच्चे हैं और अब्राहम के उत्तराधिकारी होंगे।(गलातियों 4:21-31, रोमियों 9:7-8, गलातियों 3:29)

गलातियों 4:21 तुम जो व्यवस्था के अधीन होना चाहते हो, मुझसे कहो, क्या तुम व्यवस्था की नहीं सुनते?
22 यह लिखा है, कि अब्राहम के दो पुत्र हुए; एक दासी से, और एक स्वतंत्र स्त्री से।
23 परन्तु जो दासी से हुआ, वह शारीरिक रीति से जन्मा, और जो स्वतंत्र स्त्री से हुआ, वह प्रतिज्ञा के अनुसार जन्मा।
24 इन बातों में दृष्टान्त है, ये स्त्रियाँ मानो दो वाचाएँ हैं, एक तो सीनै पहाड़ की जिससे दास ही उत्‍पन्‍न होते हैं; और वह हाजिरा है।
25 और हाजिरा मानो अरब का सीनै पहाड़ है, और आधुनिक यरूशलेम उसके तुल्य है, क्योंकि वह अपने बालकों समेत दासत्व में है।
26 पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है।
27 क्योंकि लिखा है,
28 हे भाइयों, हम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान हैं।
29 और जैसा उस समय शरीर के अनुसार जन्मा हुआ आत्मा के अनुसार जन्मे हुए को सताता था, वैसा ही अब भी होता है।
30 परन्तु पवित्रशास्त्र क्या कहता है? “दासी और उसके पुत्र को निकाल दे, क्योंकि दासी का पुत्र स्वतंत्र स्त्री के पुत्र के साथ उत्तराधिकारी नहीं होगा।”
31 इसलिए हे भाइयों, हम दासी के नहीं परन्तु स्वतंत्र स्त्री की सन्तान हैं।

रोमियों 9:7 और न अब्राहम के वंश होने के कारण सब उसकी सन्तान ठहरे, परन्तु (लिखा है) “इसहाक ही से तेरा वंश कहलाएगा।”
8 अर्थात् शरीर की सन्तान परमेश्‍वर की सन्तान नहीं, परन्तु प्रतिज्ञा के सन्तान वंश गिने जाते हैं।

गलातियों 3:29 और यदि तुम मसीह के हो, तो अब्राहम के वंश और प्रतिज्ञा के अनुसार वारिस भी हो।

कानून वह ट्यूटर है जो हमें मसीह की ओर ले जाता है।मसीह हमारे पास आया है, और हम अब कानून के अधीन नहीं हैं।(गलातियों 3:23-25)

गलातियों 3:23 पर विश्वास के आने से पहले व्यवस्था की अधीनता में हम कैद थे, और उस विश्वास के आने तक जो प्रगट होनेवाला था, हम उसी के बन्धन में रहे।
24 इसलिए व्यवस्था मसीह तक पहुँचाने के लिए हमारी शिक्षक हुई है, कि हम विश्वास से धर्मी ठहरें।
25 परन्तु जब विश्वास आ चुका, तो हम अब शिक्षक के अधीन न रहे।