483. उस दिन के लिए किसी भी तरह से आपको किसी को भी धोखा नहीं देना चाहिए (2 थिस्सलुनीकियों 2:1-12)

कुछ ऐसे संतों को धोखा देते हैं जो प्रभु पहले ही लौट चुके हैं।(2 थिस्सलुनीकियों 2:1-2)

2 थिस्सलुनीकियों 2:1 हे भाइयों, हम अपने प्रभु यीशु मसीह के आने, और उसके पास अपने इकट्ठे होने के विषय में तुम से विनती करते हैं।
2 कि किसी आत्मा, या वचन, या पत्री के द्वारा जो कि मानो हमारी ओर से हो, यह समझकर कि प्रभु का दिन आ पहुँचा है, तुम्हारा मन अचानक अस्थिर न हो जाए; और न तुम घबराओ।

लेकिन यहोवा एंटीक्रिस्ट दिखाई देने के बाद आता है।(2 थिस्सलुनीकियों 2:3)

2 थिस्सलुनीकियों 2:3 किसी रीति से किसी के धोखे में न आना क्योंकि वह दिन न आएगा, जब तक विद्रोह नहीं होता, और वह अधर्मी पुरुष अर्थात् विनाश का पुत्र प्रगट न हो।

जब एंटीक्रिस्ट सक्रिय हो जाता है, तो वह लोगों को बड़ी शक्ति के साथ लुभाता है ताकि उन्हें सुसमाचार सुनने से रोका जा सके कि यीशु मसीह है।(2 थिस्सलुनीकियों 2:4-10)

2 थिस्सलुनीकियों 2:4 जो विरोध करता है, और हर एक से जो परमेश्‍वर, या पूज्य कहलाता है, अपने आप को बड़ा ठहराता है, यहाँ तक कि वह परमेश्‍वर के मन्दिर में बैठकर अपने आप को परमेश्‍वर प्रगट करता है।
5 क्या तुम्हें स्मरण नहीं, कि जब मैं तुम्हारे यहाँ था, तो तुम से ये बातें कहा करता था?
6 और अब तुम उस वस्तु को जानते हो, जो उसे रोक रही है, कि वह अपने ही समय में प्रगट हो।
7 क्योंकि अधर्म का भेद अब भी कार्य करता जाता है, पर अभी एक रोकनेवाला है, और जब तक वह दूर न हो जाए, वह रोके रहेगा।
8 तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूँक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।
9 उस अधर्मी का आना शैतान के कार्य के अनुसार सब प्रकार की झूठी सामर्थ्य, चिन्ह, और अद्भुत काम के साथ।
10 और नाश होनेवालों के लिये अधर्म के सब प्रकार के धोखे के साथ होगा; क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिससे उनका उद्धार होता।

यीशु आकर एंटीक्रिस्ट को मार देगा।(2 थिस्सलुनीकियों 2:8)

2 थिस्सलुनीकियों 2:8 तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूँक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।

और जो लोग यीशु को मसीह के रूप में विश्वास नहीं करते हैं, उन्हें आंका जाएगा।(2 थिस्सलुनीकियों 2:11-12)

2 थिस्सलुनीकियों 2:11 और इसी कारण परमेश्‍वर उनमें एक भटका देनेवाली सामर्थ्य को भेजेगा ताकि वे झूठ पर विश्वास करें।
12 और जितने लोग सत्य पर विश्वास नहीं करते, वरन् अधर्म से प्रसन्‍न होते हैं, सब दण्ड पाएँ।