500. इसलिए आपको यीशु मसीह के एक अच्छे सैनिक के रूप में कठिनाई को सहना होगा।(2 तीमुथियुस 2:3-6)
2 तीमुथियुस 1:8, 2 तीमुथियुस 4:5, 1 कुलुस्सियों 9:7, 1 कुलुस्सियों 9:9-10,23-25

उस समय, जब संतों ने प्रचार किया कि यीशु मसीह था, तो उन्हें यहूदियों द्वारा सताया गया था।पॉल ने टिमोथी से कहा कि वे दुख के बीच भी सुसमाचार का प्रचार जारी रखें।(2 तीमुथियुस 2:3-5, 2 तीमुथियुस 4:5)

2 तीमुथियुस 2:3 मसीह यीशु के अच्छे योद्धा के समान मेरे साथ दुःख उठा।
4 जब कोई योद्धा लड़ाई पर जाता है, तो इसलिए कि अपने वरिष्ठ अधिकारी को प्रसन्‍न करे, अपने आप को संसार के कामों में नहीं फँसाता
5 फिर अखाड़े में लड़नेवाला यदि विधि के अनुसार न लड़े तो मुकुट नहीं पाता।

2 तीमुथियुस 4:5 पर तू सब बातों में सावधान रह, दुःख उठा, सुसमाचार प्रचार का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर।

परमेश्वर उन लोगों की जरूरतों की आपूर्ति करता है जो सुसमाचार का प्रचार करते हैं।(2 तीमुथियुस 2:6, 1 कुलुस्सियों 9:7, 1 कुलुस्सियों 9:9-10)

2 तीमुथियुस 2:6 जो किसान परिश्रम करता है, फल का अंश पहले उसे मिलना चाहिए।

1 कुलुस्सियों 9:7 कौन कभी अपनी गिरह से खाकर सिपाही का काम करता है? कौन दाख की बारी लगाकर उसका फल नहीं खाता? कौन भेड़ों की रखवाली करके उनका दूध नहीं पीता?

1 कुलुस्सियों 9:9 क्या व्यवस्था भी यही नहीं कहती? क्योंकि मूसा की व्यवस्था में लिखा है “दाँवते समय चलते हुए बैल का मुँह न बाँधना।” क्या परमेश्‍वर बैलों ही की चिन्ता करता है?
10 या विशेष करके हमारे लिये कहता है। हाँ, हमारे लिये ही लिखा गया, क्योंकि उचित है, कि जोतनेवाला आशा से जोते, और दाँवनेवाला भागी होने की आशा से दाँवनी करे।

हमें सुसमाचार फैलाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।(1 कुलुस्सियों 9:23-25)

1 कुलुस्सियों 9:23 और मैं सब कुछ सुसमाचार के लिये करता हूँ, कि औरों के साथ उसका भागी हो जाऊँ।
24 क्या तुम नहीं जानते, कि दौड़ में तो दौड़ते सब ही हैं, परन्तु इनाम एक ही ले जाता है? तुम वैसे ही दौड़ो, कि जीतो।
25 और हर एक पहलवान सब प्रकार का संयम करता है, वे तो एक मुरझानेवाले मुकुट को पाने के लिये यह सब करते हैं, परन्तु हम तो उस मुकुट के लिये करते हैं, जो मुरझाने का नहीं।