1000. भगवान और मसीह हमारे लिए लड़ते हैं।(2 इतिहास 20:17)
निर्गमन 14:13, यूहन्ना 16:33, 1 यूहन्ना 3:8, रोमियों 8:36-37, इफिसियों 2:16

2 इतिहास 20:17 इस लड़ाई में तुम्हें लड़ना न होगा; हे यहूदा, और हे यरूशलेम, ठहरे रहना, और खड़े रहकर यहोवा की ओर से अपना बचाव देखना; मत डरो, और तुम्हारा मन कच्चा न हो; कल उनका सामना करने को चलना और यहोवा तुम्हारे साथ रहेगा।”

निर्गमन 14:13 मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत, खड़े-खड़े वह उद्धार का प्रेरितों के काम देखो, जो यहोवा आज तुम्हारे लिये करेगा; क्योंकि जिन मिस्रियों को तुम आज देखते हो, उनको फिर कभी न देखोगे।

यूहन्ना 16:33 मैंने ये बातें तुम से इसलिए कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बाँधो, मैंने संसार को जीत लिया है।”

यीशु, मसीह, हमारे दुश्मन, शैतान को नष्ट कर दिया।(1 यूहन्ना 3:8, इफिसियों 2:16)

1 यूहन्ना 3:8 हवा जिधर चाहती है उधर चलती है, और तू उसकी आवाज़ सुनता है, परन्तु नहीं जानता, कि वह कहाँ से आती और किधर को जाती है? जो कोई आत्मा से जन्मा है वह ऐसा ही है।”

इफिसियों 2:16 और क्रूस पर बैर को नाश करके इसके द्वारा दोनों को एक देह बनाकर परमेश्‍वर से मिलाए।

परमेश्वर हमें प्रदान करता है जो यीशु में मसीह को सभी चीजों में दूर करने के लिए मानते हैं।(रोमियों 8:36-37)

रोमियों 8:36 जैसा लिखा है, “तेरे लिये हम दिन भर मार डाले जाते हैं; हम वध होनेवाली भेड़ों के समान गिने गए हैं।”
37 परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिस ने हम से प्रेम किया है, विजेता से भी बढ़कर हैं।