1014. प्रभु की खुशी आपकी ताकत है।(नहेमायाह 8:10)
भजन संहिता 28:7, यशायाह 12:2, यशायाह 61:10, योएल 2:23, फिलिप्पियों 1:18, 1 यूहन्ना 1:1-4

नहेमायाह 8:10 फिर उसने उनसे कहा, “जाकर चिकना-चिकना भोजन करो और मीठा-मीठा रस पियो, और जिनके लिये कुछ तैयार नहीं हुआ उनके पास भोजन सामग्री भेजो; क्योंकि आज का दिन हमारे प्रभु के लिये पवित्र है; और उदास मत रहो, क्योंकि यहोवा का आनन्द तुम्हारा दृढ़ गढ़ है।”

भजन संहिता 28:7 यहोवा मेरा बल और मेरी ढाल है;

यशायाह 12:2 “परमेश्‍वर मेरा उद्धार है, मैं भरोसा रखूँगा और न थरथराऊँगा; क्योंकि प्रभु यहोवा मेरा बल और मेरे भजन का विषय है, और वह मेरा उद्धारकर्ता हो गया है।”

यशायाह 61:10 मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊँगा, मेरा प्राण परमेश्‍वर के कारण मगन रहेगा; क्योंकि उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहनाए, और धर्म की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आपको सजाता और दुल्हन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।

यीशु को मसीह के रूप में विश्वास करना और प्रचार करना हमारी खुशी है।(फिलिप्पियों 1:18, 1 यूहन्ना 1:1-4)

फिलिप्पियों 1:18 तो क्या हुआ? केवल यह, कि हर प्रकार से चाहे बहाने से, चाहे सच्चाई से, मसीह की कथा सुनाई जाती है, और मैं इससे आनन्दित हूँ, और आनन्दित रहूँगा भी।

1 यूहन्ना 1:1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था।
1 2 यही आदि में परमेश्‍वर के साथ था।
1 3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई।
1 4 उसमें जीवन था; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था।