926. भगवान इस्राएलियों के लिए लड़ रहे हैं (न्यायियों 5:20-21)

न्यायियों 5:20 आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई;
21 कीशोन नदी ने उनको बहा दिया,

पुराने नियम में, भगवान ने इज़राइल के लोगों के लिए इसराइल के दुश्मनों को हराने के लिए प्राकृतिक घटनाओं का उपयोग किया। (निर्गमन 14:27, निर्गमन 15:10, यहोशू 10:11-14, 1 शमूएल 7:10)

निर्गमन 14:27 तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया, और भोर होते-होते क्या हुआ कि समुद्र फिर ज्यों का त्यों अपने बल पर आ गया; और मिस्री उलटे भागने लगे, परन्तु यहोवा ने उनको समुद्र के बीच ही में झटक दिया।

निर्गमन 15:10 तूने अपने श्‍वास का पवन चलाया, तब समुद्र ने उनको ढाँप लिया;

यहोशू 10:11 फिर जब वे इस्राएलियों के सामने से भागकर बेथोरोन की उतराई पर आए, तब अजेका पहुँचने तक यहोवा ने आकाश से बड़े-बड़े पत्थर उन पर बरसाएँ, और वे मर गए; जो ओलों से मारे गए उनकी गिनती इस्राएलियों की तलवार से मारे हुओं से अधिक थी।।
12 उस समय, अर्थात् जिस दिन यहोवा ने एमोरियों को इस्राएलियों के वश में कर दिया, उस दिन यहोशू ने यहोवा से इस्राएलियों के देखते इस प्रकार कहा,
13 और सूर्य उस समय तक थमा रहा;
14 न तो उससे पहले कोई ऐसा दिन हुआ और न उसके बाद, जिसमें यहोवा ने किसी पुरुष की सुनी हो; क्योंकि यहोवा तो इस्राएल की ओर से लड़ता था।।

1 शमूएल 7:10 और जिस समय शमूएल होमबलि को चढ़ा रहा था उस समय पलिश्ती इस्राएलियों के संग युद्ध करने के लिये निकट आ गए, तब उसी दिन यहोवा ने पलिश्तियों के ऊपर बादल को बड़े कड़क के साथ गरजाकर उन्हें घबरा दिया; और वे इस्राएलियों से हार गए।