1172. सभी राष्ट्रों को मसीह के वचन तक इकट्ठा किया जाएगा।(यशायाह 2:2)
प्रेरितों के प्रेरितों के काम 2:4-12

पुराने नियम में, यशायाह ने भविष्यवाणी की कि आखिरी दिनों में भगवान के मंदिर के साथ पहाड़ हर पहाड़ के ऊपर खड़ा होगा, और सभी राष्ट्र इसे इकट्ठा करेंगे।(यशायाह 2:2)

यशायाह 2:2 अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा,

जब दुनिया भर के यहूदी यरूशलेम में इकट्ठा हुए, तो उन्होंने सुना कि यीशु मसीह था।(प्रेरितों के प्रेरितों के काम 2:4-12)

प्रेरितों के प्रेरितों के काम 2:4 और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ्य दी, वे अन्य-अन्य भाषा बोलने लगे।
5 और आकाश के नीचे की हर एक जाति में से भक्त-यहूदी यरूशलेम में रहते थे।
6 जब वह शब्द सुनाई दिया, तो भीड़ लग गई और लोग घबरा गए, क्‍योंकि हर एक को यही सुनाई देता था, कि ये मेरी ही भाषा में बोल रहे हैं।
7 और वे सब चकित और अचम्भित होकर कहने लगे, “देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं?
8 तो फिर क्यों हम में से; हर एक अपनी-अपनी जन्म-भूमि की भाषा सुनता है?
9 हम जो पारथी, मेदी, एलाम लोग, मेसोपोटामिया, यहूदिया, कप्पदूकिया, पुन्तुस और आसिया,
10 और फ्रूगिया और पंफूलिया और मिस्र और लीबिया देश जो कुरेने के आस-पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी प्रवासी,
11 अर्थात् क्या यहूदी, और क्या यहूदी मत धारण करनेवाले, क्रेती और अरबी भी हैं, परन्तु अपनी-अपनी भाषा में उनसे परमेश्‍वर के बड़े-बड़े कामों की चर्चा सुनते हैं।”
12 और वे सब चकित हुए, और घबराकर एक दूसरे से कहने लगे, “यह क्या हो रहा है?”