2 कुरिन्थियों 1:8-9, 2 कुरिन्थियों 7:5, फिलिप्पियों 3:10-11, रोमियों 8:17-18 , 35-36, 2 कुरिन्थियों 4:16-18 सुसमाचार के प्रचार करत घरी पौलुस के मौत के पर्याप्त कष्ट उठावे के पड़ल। (2 कुरिन्थियों 1:8-9, 2 कुरिन्थियों 7:5)

लेकिन पौलुस मसीह के दुख में भाग लेवे खातिर खुश रहले। (फिलिप्पियों 3:10-11)

भले ही हमनी के सुसमाचार खातिर मरब जा, लेकिन हमनी के मसीह के तरह जिंदा हो जाईब जा। (2 कुरिन्थियों 4:8-11)

कवनो भी चीज हमनी के मसीह के प्रेम से अलग ना कर सकेला। (रोमियन 8:35-36)

सुसमाचार के खातिर वर्तमान दुख के तुलना भविष्य में हमनी के मिले वाला महिमा से ना कइल जा सकेला। (2 कुरिन्थियों 4:16-18, रोमियन 8:17-18)