भजन 5:9, भजन 10:7, यशायाह 59:7, भजन 36:1, भजन 53:1-3, उपदेशक 7:20 , रोमियो 3:23, गलाती 3:22, रोम 11:32 संसार मे कियो धर्मी नहि अछि। (भजन 53:1-3, उपदेशक 7:20, रोमियो 3:9-18, भजन 5:9, भजन 10:7, यशायाह 59:7, भजन 36:1)

तेँ केओ परमेश् वरक महिमा मे नहि अबैत अछि। (रोमियो 3:23)

परमेश् वर सभ केँ पाप मे बंद कऽ देने छथि जाहि सँ यीशु केँ मसीहक रूप मे विश् वास कऽ कऽ उद्धार पाबि सकथि। (गलाती ३:२२, रोमियो ११:३२)