765. मसीह, जो जीवन की रोटी है (निर्गमन 12:8-11)
765. मसीह, जो जीवन की रोटी है (निर्गमन 12:8-11) यूहन्ना 6:31-35, 53-58 ईश्वर ने इज़राइलियों को पलायन से एक दिन पहले फसह मेमने का खाया था।यह यहोवा का फसह है।(निर्गमन 12:8-11) निर्गमन 12:8 और वे उसके माँस को उसी रात आग में भूँजकर अख़मीरी रोटी और कड़वे सागपात के साथ खाएँ। 9 उसको सिर, पैर, […]